अजय जडेजा बनेंगे PCB के चेयरमैन! ऑफर पर क्या जवाब दिया?

नई दिल्ली,01मार्च 2025 : पाकिस्तान क्रिकेट टीम का चैंपियंस ट्रॉफी में बहुत ही बुरा हाल हुआ. मेजबान टीम पहले राउंड से ही बाहर हो गई. इसलिए अब टीम में कई बड़े बदलाव होने की उम्मीद है. इस बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा को PCB का चेयरमैन बनने का ऑफर मिला है.

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में मेजबान पाकिस्तान शर्मनाक तरीके से बाहर हो चुका है. पाकिस्तानी टीम को पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ 60 रनों से करारी शिकस्त मिली थी. वहीं दूसरे मुकाबले में टीम इंडिया ने बुरी तरह हरा दिया. इसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया. इस तरह बिना कोई मैच जीते ही टूर्नामेंट में पाकिस्तान क्रिकेट टीम का सफर समाप्त हो गया. अब टीम में कई बड़े बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है. इस बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का चेयरमैन बनने का ऑफर मिला है. आपको जानकर थोड़ी हैरानी होगी, लेकिन ये सच है. अब आइये जानते हैं, उन्हें ये ऑफर किसने दिया और इस पर उनका क्या रिएक्शन था?

अजय जडेजा को ऐसे मिला ऑफर
अजय जडेजा के जवाब से पहले ये जान लेते हैं कि ये ऑफर उन्हें कैसे मिला. दरअसल, जडेजा इन दिनों चैंपियंस ट्रॉफी के मुकाबलों की एनालिसिस के लिए डीपी वर्ल्ड के एक शो में नजर आ रहे हैं. इसी दौरान एक गजब का वाकया हुआ. एक फैन ने पूछा कि क्या कोई विदेशी चेहरा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का चेयरमैन बन सकता है?

इस पर पाकिस्तानी दिग्गज वसीम अकरम ने सबसे पहले जवाब दिया. उनका मानना था कि ये एक ऐसा पद है, जिसकी तरफ सभी का बहुत ध्यान रहता है. हर रोज प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पड़ते हैं. उन्होंने कहा ‘मुझे शक है कि चेयरमैन की भूमिका के लिए बोर्ड किसी विदेशी नाम के बारे में सोचेगा.’

इसके तुरंत बाद दिग्गज पाकिस्तानी गेंदबाज वकार यूनुस अजय जडेजा की ओर उंगली उठाकर इशारा करते हैं. वो उन्हें इस रोल का ऑफर देते हैं. यानि इससे ये तो साफ है जडेजा को आधिकारिक तौर पर ये ऑफर नहीं मिला है. ये महज एक चर्चा का विषय था. अब जान लेते हैं कि उन्होंने इस पर क्या कहा?

जडेजा ने ऑफर पर दिया ये जवाब
अजय जडेजा ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन बनने के ऑफर पर ऐसा जवाब दिया कि सभी हंस पड़े. उन्होंने कहा ‘वसीम भाई के बच्चे हैं, मेरे भी हैं.’ उन्होंने आगे कहा, ‘नौकरी के दो पहलू हैं, प्रशासनिक और खेल. इन्हें अलग किया जा सकता है. फैंस और जनता को इस बात में कोई दिलचस्पी नहीं है कि बोर्ड ने कितना प्रोफिट कमाया, कितने स्टेडियम बनाए गए. फैंस और आने वाले खिलाड़ी बस यह जानने चाहते हैं कि उनका क्रिकेट कैसे विकास करेगा.’